महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 40 इलेक्ट्रिक बसें होंगी संचालित
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं के लिए परिवहन सेवा को सुगम और पर्यावरण-अनुकूल बनाने के उद्देश्य से योगी सरकार ने 40 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित करने की योजना बनाई है। इन बसों का संचालन महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले ही शुरू हो जाएगा।
प्रारंभिक चरण में 15 बसें होंगी तैनात
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के जीएम प्राविधिक अजीत कुमार सिंह ने बताया कि 10 से 15 इलेक्ट्रिक बसें महाकुंभ से पहले प्रयागराज पहुंच जाएंगी। मौनी अमावस्या के प्रमुख स्नान पर्व (29 जनवरी) तक 30 और बसें तैनात की जाएंगी। बसों की आपूर्ति स्विच मोबिलिटी द्वारा की जा रही है। प्रत्येक बस एक बार चार्ज होने पर 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर सकती है।
चार्जिंग के लिए 4 स्थान चिन्हित
प्रयागराज में इन इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग के लिए नेहरू पार्क, बेला कछार, अंदावा सहित चार प्रमुख स्थानों को चिन्हित किया गया है। क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी ने बताया कि बसों के लिए शहर के भीतर और बाहर रूट प्लान तैयार कर लिया गया है।
पीक और सामान्य दिनों में अलग-अलग रूट्स पर दौड़ेंगी बसें
मेला प्रशासन और पुलिस ने इन बसों के रूट तय कर दिए हैं। पीक डेज के दौरान कुल 6 रूट्स पर और सामान्य दिनों में 11 रूट्स पर इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। बसों का संचालन श्रद्धालुओं को भीड़भाड़ से बचाने और उनकी यात्रा को आसान बनाने के लिए किया जाएगा।
डबल डेकर बसें भी होंगी तैनात
द्वितीय चरण में परिवहन विभाग 120 और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करेगा, जिनमें 20 डबल डेकर बसें शामिल होंगी। डबल डेकर बसों की आपूर्ति स्विच मोबिलिटी और पिनेकल मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की जाएगी। ये बसें पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी।
महाकुंभ के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद
महाकुंभ 2025 में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक करोड़ों श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है। ऐसे में इलेक्ट्रिक बसें परिवहन सुविधा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और पर्यावरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाएंगी।
यह पहल कुंभ मेले को तकनीकी और पर्यावरणीय दृष्टि से उन्नत बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।