बिजली कटौती के सुधार को लेके क्या है अपडेट,गांव के क्षेत्रों में हालात सुधरने में लग सकता है वक्त
केंद्र से अतिरिक्त बिजली और उत्पादन में आंशिक सुधार के बावजूद कटौती जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों और तहसील मुख्यालयों में बिजली आपूर्ति में कोई खास राहत नहीं मिली. ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दिनों तक आपातकालीन बिजली कटौती जारी रह सकती है।
बदलते मौसम के मिजाज के बावजूद राज्य में बिजली की किल्लत है. केंद्र से अतिरिक्त बिजली और उत्पादन में आंशिक सुधार के बावजूद कटौती जारी है। मंगलवार को भी बिजली कटौती से जनता को कोई खास राहत नहीं मिली. खासकर ग्रामीण इलाकों और तहसील मुख्यालयों में बिजली आपूर्ति में कोई खास राहत नहीं मिली. मंगलवार को मांग और उपलब्धता में करीब 2000-2500 मेगावाट का अंतर था। बिजली उत्पादन में सुधार को देखते हुए माना जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दिनों तक आपातकालीन बिजली कटौती जारी रह सकती है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार मंगलवार को प्रदेश में बिजली की कुल मांग 21000 से 23000 मेगावाट के बीच रही. जबकि उत्पादन 19000 से 20500 मेगावाट तक है। इस प्रकार आज भी बिजली के उत्पादन और मांग में लगभग 2000-2500 मेगावाट का अंतर है। पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन की रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली की आपूर्ति की जानी थी, लेकिन मांग और उत्पादन में अंतर के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 16.58 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा सकी.
इसी तरह नगर पंचायत मुख्यालय पर 21.30 बजे के बजाय 21.04 घंटे व तहसील मुख्यालय में 21.30 घंटे निर्धारित समय के अनुसार व जिला मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा किया गया है.