लखनऊ के हजरतगंज थाना में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के स्थगित होने के फर्जी मैसेज वायरल करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। 26 मार्च को माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्य कांत शुक्ल के हस्ताक्षर से इस फर्जी सूचना को सोशल मीडिया प्लेटफार्म चलाया गया था।
लोगों को भ्रमित करने के लिए प्रसारित इस सूचना की जानकारी होने पर निदेशक विनय कुमार पांडेय ने हजरतगंज थाने में तहरीर दी थी। थाना पुलिस साइबर क्राइम सेल की मदद से मामले की जांच कर रही है।
कंट्रोल रूप के व्हाट्सएप नंबर पर आया था फर्जी आदेश, आरोपी की तलाश
इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ल ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक विनय कुमार पांडेय ने हजरतगंज थाने में तहरीर दी थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि किसी ने 26 मार्च को फर्जी तरीके से एक समाचार प्रसारित किया।
जिसको परीक्षा के लिए बनाए गये राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर 8840850347 पर 9670944769 से दोपहर 12.13 बजे भेजा गया। उस फर्जी आदेश पर परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ला के हस्ताक्षर थे। जिसमें लिखा था कि माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा वर्ष 2022 की आयोजित परीक्षाओं को स्थगित किया जा रहा है।
जब इसकी पुष्टि माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्य कांत शुक्ल से की गई तो फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। जिसके बाद इस फर्जी खबर को खंडन जारी किया गया। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा परीक्षा स्थगित करने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया था।
पूरी जानकारी होने के बाद निदेशक विनय कुमार पांडेय ने फर्जी सूचना प्रसारित करन वाले के मोबाइल नंबर 9670944769 के आधार पर मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी थी। जिसके आधार पर मामला दर्ज कर मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश की जा रही है।