प्रयागराज: महाकुंभ 2025 की तैयारियों में स्वच्छता और आतिथ्य का अद्भुत संगम प्रस्तुत करेगा शहर
प्रयागराज, 31 दिसंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रयागराजवासियों से स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करने की अपील की। उन्होंने इसे 2019 के कुंभ से भी बड़ा आयोजन बताते हुए कहा कि यह आयोजन न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
प्रयागराज सिटी का कायाकल्प
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयागराज में 200 से अधिक सड़कों का निर्माण किया गया है। कई सड़कों को सिंगल लेन से डबल लेन, फोर लेन और सिक्स लेन में परिवर्तित किया गया है। इसके अलावा, 14 में से 13 फ्लाईओवर का निर्माण पूरा हो चुका है, और एक अंतिम चरण में है। रेलवे स्टेशनों के बाहर होल्डिंग एरिया और शहर के सौंदर्यीकरण के लिए भी विशेष प्रयास किए गए हैं।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने 5000 एकड़ में फैले मेले के लिए संगम के पास 2 से 5 किलोमीटर के दायरे में पार्किंग स्थलों को चिन्हित कर उन्हें सक्रिय कर दिया है। हर पार्किंग स्थल पर सुरक्षा चौकी और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की भी व्यवस्था होगी।
महाकुंभ को देखने के लिए उत्सुक है दुनिया
सीएम योगी ने बताया कि इस बार पांटून पुलों की संख्या 22 से बढ़ाकर 30 कर दी गई है, जिनमें से 28 तैयार हो चुके हैं। इसके अलावा, 12 किलोमीटर का अस्थायी घाट और 450 किलोमीटर लंबी शुद्ध पेयजल पाइपलाइन भी बिछाई गई है। मेला क्षेत्र में 7000 से अधिक संस्थाएं जुड़ चुकी हैं और डेढ़ लाख से अधिक टेंट लगाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक आयोजन होगा, जिसे देखने के लिए देश-विदेश के लोग उत्सुक हैं। यह 144 वर्षों बाद आने वाला विशेष मुहूर्त है, और इसकी तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं।
मुख्य स्नान पर विशेष व्यवस्थाएं
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहला स्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर होगा, जबकि मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी और महाशिवरात्रि के अवसर पर भी स्नान होंगे। मौनी अमावस्या के दिन लगभग 6-8 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
मुख्य स्नान के दिन किसी भी प्रकार का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। पूज्य संतों और श्रद्धालुओं के स्वागत में पुष्पवर्षा की विशेष व्यवस्था की जाएगी।
प्रयागराजवासियों से अपील
मुख्यमंत्री ने नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महाकुंभ 2025 को भव्य और सफल बनाने में प्रयागराजवासियों की भूमिका अहम होगी। उन्होंने 2019 कुंभ के दौरान प्रस्तुत किए गए स्वच्छता और आतिथ्य के उदाहरण को इस बार और भी बेहतर बनाने की अपील की।
“महाकुंभ 2025 न केवल आध्यात्मिक बल्कि सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनेगा, और हम सभी को इसे सफल बनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए,” मुख्यमंत्री ने कहा।