अखिलेश यादव ने किया अग्निपथ योजना को रद्द करने का वादा, योगी आदित्यनाथ ने दी सेवानिवृत्त अग्निवीरों को नौकरी की गारंटी
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान अपने अभियान में विपक्षी दलों के गठबंधन, इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (INDIA), के सत्ता में आने पर अग्निवीर भर्तियों को रद्द करने का वादा किया था। शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर दोहराया कि सत्ता में आते ही 24 घंटे के भीतर अग्निपथ योजना को रद्द कर दिया जाएगा।
अखिलेश यादव ने अग्निपथ योजना को देश की सुरक्षा के साथ समझौता करने वाली और सैनिकों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली भर्ती योजना बताया। उन्होंने सेना में भर्ती की पुरानी प्रक्रिया को बहाल किए जाने की मांग की और कहा, “अग्निवीर पर यही मांग हमारी, पुरानी भर्ती की फिर हो बहाली।”
इसके विपरीत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि सेवानिवृत्त अग्निवीरों को उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी (PAC) में विशेष महत्व (वेटेज) दिया जाएगा। यह बयान अग्निवीरों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम सेवानिवृत्त अग्निवीरों को उत्तर प्रदेश पुलिस और PAC बल में रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे, जिससे वे अपनी सेवाओं को जारी रख सकें और समाज के लिए योगदान दे सकें।”
इस बीच, अखिलेश यादव ने अपनी मांगों पर जोर देते हुए कहा कि पुरानी भर्ती प्रक्रिया को बहाल करने से ही सेना की भर्तियों में पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित होगा।
अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए भर्ती किए गए अग्निवीरों के भविष्य को लेकर राजनीतिक गलियारों में गर्मागर्मी जारी है। आगामी चुनावों में इस मुद्दे का महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना है। अब देखना होगा कि जनता किसके पक्ष में अपना समर्थन देती है और अग्निवीर योजना के भविष्य पर क्या फैसला होता है।