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जानिए पूरी ख़बर एमडीएम योजना में आवंटित तीन माह का राशन बाटने का काम।

 

गौरीगंज (अमेठी)। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में पंजीकृत बच्चों को दोपहर में भोजन बांटने के लिए एमडीएम योजना संचालित है. योजना में राशन की कोई कमी न हो इसके लिए शासन से तीन माह का आवंटन प्राप्त कर स्कूलवार राशन का आवंटन किया गया है. राशन आवंटन के बाद बीईओ व प्रधानाध्यापक को पत्र जारी कर दिया गया है। पत्र में कोटेदार के माध्यम से राशन प्राप्त करने के बाद नियमित मेनू के अनुसार भोजन तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 1139 प्राइमरी, 234 अपर प्राइमरी और 197 कंपोजिट काउंसिल स्कूल, 33 सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल और 35 सरकारी स्कूल के अलावा संचालित हैं। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में संचालित विद्यालयों में 1.98 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। पंजीकृत बच्चों को दोपहर में पका हुआ भोजन उपलब्ध कराने के लिए मध्याह्न भोजन योजना संचालित है।
विभाग की मांग पर शासन से विपणन विभाग के माध्यम से गेहूं और चावल का आवंटन प्राप्त हो गया है, ताकि संचालित योजना में राशन की कमी न हो. खाद्यान्न आवंटन प्राप्त होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने विद्यालय में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार विद्यालयवार एवं प्रखंडवार आवंटन तैयार किया है. आवंटन तैयार करने के बाद बीईओ व प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी कर कोटदार से आवंटित खाद्यान्न प्राप्त कर नियमित मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन बनाकर बच्चों में बांटकर पोर्टल पर अपलोड करने को कहा है.
जिला समन्वयक मध्याह्न भोजन योजना अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों के लिए अप्रैल से जून तक के शैक्षणिक सत्र की पहली तिमाही में एमडीएम की तैयारी के लिए गेहूं और चावल का आवंटन किया गया है. योजनान्तर्गत आने वाले विद्यालयों में प्रतिदिन उपस्थित विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार आवंटित राशन से भोजन नियमित रूप से बनाया जायेगा।
बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि सरकार की ओर से एमडीएम योजना के लिए तीन माह का राशन विपणन गोदामों को आवंटित कर दिया गया है. आवंटित राशन को स्कूलवार बांटते हुए बीईओ व प्रधानाध्यापक को पत्र जारी कर कोटदार के माध्यम से आवंटित राशन प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है. राशन मिलने के बाद स्कूल में मौजूद बच्चों की संख्या के हिसाब से खाना बनाकर बच्चों में बांटा गया है.

गौरीगंज (अमेठी)। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में पंजीकृत बच्चों को दोपहर में भोजन बांटने के लिए एमडीएम योजना संचालित है. योजना में राशन की कोई कमी न हो इसके लिए शासन से तीन माह का आवंटन प्राप्त कर स्कूलवार राशन का आवंटन किया गया है. राशन आवंटन के बाद बीईओ व प्रधानाध्यापक को पत्र जारी कर दिया गया है। पत्र में कोटेदार के माध्यम से राशन प्राप्त करने के बाद नियमित मेनू के अनुसार भोजन तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.

 

जिले में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 1139 प्राइमरी, 234 अपर प्राइमरी और 197 कंपोजिट काउंसिल स्कूल, 33 सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल और 35 सरकारी स्कूल के अलावा संचालित हैं। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में संचालित विद्यालयों में 1.98 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। पंजीकृत बच्चों को दोपहर में पका हुआ भोजन उपलब्ध कराने के लिए मध्याह्न भोजन योजना संचालित है।

विभाग की मांग पर शासन से विपणन विभाग के माध्यम से गेहूं और चावल का आवंटन प्राप्त हो गया है, ताकि संचालित योजना में राशन की कमी न हो. खाद्यान्न आवंटन प्राप्त होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने विद्यालय में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार विद्यालयवार एवं प्रखंडवार आवंटन तैयार किया है. आवंटन तैयार करने के बाद बीईओ व प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी कर कोटदार से आवंटित खाद्यान्न प्राप्त कर नियमित मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन बनाकर बच्चों में बांटकर पोर्टल पर अपलोड करने को कहा है.

जिला समन्वयक मध्याह्न भोजन योजना अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अप्रैल से जून तक के शैक्षणिक सत्र की पहली तिमाही में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों के लिए एमडीएम तैयार करने के लिए गेहूं और चावल का आवंटन किया गया है. योजनान्तर्गत आने वाले विद्यालयों में प्रतिदिन उपस्थित विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार आवंटित राशन से भोजन नियमित रूप से बनाया जायेगा।

बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि सरकार की ओर से एमडीएम योजना के लिए तीन माह का राशन विपणन गोदामों को आवंटित कर दिया गया है. आवंटित राशन को स्कूलवार बांटते हुए बीईओ व प्रधानाध्यापक को पत्र जारी कर कोटदार के माध्यम से आवंटित राशन प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है. राशन मिलने के बाद स्कूल में मौजूद बच्चों की संख्या के हिसाब से खाना बनाकर बच्चों में बांटा गया है

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