सपा ने बस्ती और सिद्धार्थनगर के एमएलसी चुनाव में धांधली करने के आरोप लगाए हैं। चुनाव आयोग को सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने लेटर लिखा है। जिसमें बिंदुवार बूथ कैप्चरिंग और वास्तविक वोटर की जगह पर फर्जी लोगों से मतदान कराने के मामले उठाए गए हैं। सपा ने मांग रखी है कि यहां दोबारा एमएलसी चुनाव होने चाहिए।
सपा के आरोप MLC चुनाव में धांधली हुई:प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-बस्ती-सिद्धार्थनगर के चुनाव दोबारा हों; वहां बूथकैप्चरिंग की गई, वास्तविक वोटर की जगह फर्जी मतदान कराएं
लखनऊ17 घंटे पहले
सपा ने बस्ती और सिद्धार्थनगर के एमएलसी चुनाव में धांधली करने के आरोप लगाए हैं। चुनाव आयोग को सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने लेटर लिखा है। जिसमें बिंदुवार बूथ कैप्चरिंग और वास्तविक वोटर की जगह पर फर्जी लोगों से मतदान कराने के मामले उठाए गए हैं। सपा ने मांग रखी है कि यहां दोबारा एमएलसी चुनाव होने चाहिए।
एक दिन पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता करके भाजपा के नेताओं पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था।
जानिए किन केंद्रों की गड़बड़ियां सपा ने उठाईं हैं…
संतकबीरनगर के हैसरबाजार मतदान केंद्र 190 पर भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में जबरदस्ती वोट डलवाया गया। वास्तविक मतदाताओं को मतदान नहीं करने दिया गया। भाजपा के एक की जगह दो मतदान अभिकर्ता बनाए गए।
बस्ती के गौर ब्लाक के मतदान केंद्र पर कई वास्तविक मतदाताओं का मतदान फर्जी लोगों से करा दिया गया। जब वास्तविक मतदान करने गए तो उन्हें पुलिस ने पीटकर भगा दिया गया।
बस्ती के ही ब्लाक विक्रमजोत मतदान केंद्र पर हरैया के भाजपा विधायक ने नियमों के विपरीत खुला मतदान करवाया। बनकटी ब्लाक के मतदान केंद्र पर भी बूथ कैप्चरिंग करके फर्जी मतदान कराया गया।
चुनाव अपनी जगह, यूपी में युवाओं की आवाज भी दबाई जा रही
एमएलसी चुनाव में धांधली के साथ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा की घेराबंदी भी की। उन्होंने कहा है कि यूपी में कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य-शिक्षा पूरी तरह चौपट है। शिक्षक में असंतोष है। नौजवान आक्रोशित हैं। क्योंकि, उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। युवा आवाज उठाता है, तो उसकी आवाज दबाने के लिए पुलिस की लाठियां चटकने लगती है।
भाजपा सरकार विभिन्न पदों पर भर्ती का विज्ञापन निकालकर बड़े पैमाने पर रोजगार देने की डुग-डुगी पीटने लगती है। लेकिन भाजपा सरकार की नीयत में खोट की वजह से परीक्षा के पेपर लीक हो जाते हैं या किन्हीं मुद्दों को लेकर परीक्षा के परिणामों पर सवाल खड़े हो जाते हैं। परीक्षाएं निरस्त हो जाती है।