सारांश
आगरा में भीषण गर्मी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। इसलिए बच्चों का खास ख्याल रखें। पिछले 10 दिनों में एसएन मेडिकल कॉलेज में मरीजों की संख्या में डेढ़ गुना इजाफा हुआ है।
आगरा में पारा 42 के पार पहुंच गया है. गर्मी के कारण लोगों का हाल बेहाल है। लगातार बढ़ती गर्मी के चलते बच्चों में उल्टी, दस्त, पीलिया के मरीजों की संख्या दो गुना बढ़ गई है। भर्ती करने वालों की संख्या डेढ़ गुना है। इससे एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग का वार्ड लगभग फुल चल रहा है।
बाल रोग विभाग के डॉ. नीरज यादव ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन 140 से अधिक मरीज आ रहे हैं. इनमें से 100-110 बच्चों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द, पीलिया, दमा, दस्त के कारण बुखार हो रहा है। पिछले 10 दिनों में इसके मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। होली से पहले ऐसे मरीजों की संख्या केवल 50-60 थी। लेकिन अब चिलचिलाती गर्मी और दूषित पानी और खाने पीने से यह संख्या दोगुनी हो गई है.
रोजाना 10-15 बच्चों को भर्ती करना पड़ता है। इसमें पीलिया के मामले घनी आबादी वाले इलाकों में ज्यादा आ रहे हैं। दस दिन पहले तक भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या रोजाना महज पांच से सात थी। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बाल रोग विभाग में 102 बेड का वार्ड लगभग फुल चल रहा है।
इमरजेंसी में आस-पास के जिलों से आ रहे बच्चे
बाल रोग विभाग के डॉ. शिवप्रताप सिंह ने बताया कि आपात स्थिति में आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, एटा, शिकोहाबाद, मैनपुरी, कासगंज, भरतपुर सहित आसपास के जिलों से बच्चे भी आ रहे हैं. रोजाना 15 से ज्यादा बच्चों को भर्ती किया जा रहा है, जिनमें से तीन से पांच बच्चों की हालत बिगड़ती जा रही है।
निजी डॉक्टरों में भी उल्टी-दस्त के मरीज
निजी बाल रोग विशेषज्ञों में भी ओपीडी में आने वाले 70 फीसदी बच्चों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार की समस्या हो रही है. वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विजय कात्याल ने बताया कि बच्चे फास्ट फूड, बाजार में बिकने वाली सामग्री ज्यादा खा रहे हैं, इस वजह से डायरिया हो रहा है.
बच्चों को धूप और दूषित भोजन से बचाएं:
बच्चों को आरओ या उबालकर ही पानी पिलाएं।
बाजार में खुले में बिकने वाले खाने-पीने की चीजों को खाने से बचें।
बासी भोजन और तैलीय भोजन से परहेज करें।
बच्चों को सुबह-शाम ही खेलने दें, धूप से बचाएं।
उल्टी और दस्त होने पर ओआरएस का घोल दें।
बच्चों को अभी कूलर के सामने सुलाने से बचें।
विस्तार
आगरा में पारा 42 के पार पहुंच गया है. गर्मी के कारण लोगों का हाल बेहाल है। लगातार बढ़ती गर्मी के चलते बच्चों में उल्टी, दस्त, पीलिया के मरीजों की संख्या दो गुना बढ़ गई है। भर्ती करने वालों की संख्या डेढ़ गुना है। इससे एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग का वार्ड लगभग फुल चल रहा है।
बाल रोग विभाग के डॉ. नीरज यादव ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन 140 से अधिक मरीज आ रहे हैं. इनमें से 100-110 बच्चों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द, पीलिया, दमा, दस्त के कारण बुखार हो रहा है। पिछले 10 दिनों में इसके मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। होली से पहले ऐसे मरीजों की संख्या केवल 50-60 थी। लेकिन अब चिलचिलाती गर्मी और दूषित पानी और खाने पीने से यह संख्या दोगुनी हो गई है.
रोजाना 10-15 बच्चों को भर्ती करना पड़ता है। इसमें पीलिया के मामले घनी आबादी वाले इलाकों में ज्यादा आ रहे हैं। दस दिन पहले तक भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या रोजाना महज पांच से सात थी। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बाल रोग विभाग में 102 बेड का वार्ड लगभग फुल चल रहा है।
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